प्रिंट मीडिया में बैसवारी

जनसत्ता में 21/04/2014 को 
जनसत्ता में २६/१२/२०१२ को 


जनसत्ता में 25/09/२०१२
दैनिक जागरण २१/१२/२०१२ को

डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट में २०/११/२०१२ को

'अवसान के बाद का मूल्यांकन' जनसत्ता में २०/११/२०१२ को

डेली न्‍यूज एक्टिविस्‍ट 18 जून 2012 अंक में ब्‍लॉग राग स्‍तंभ में 'चूहे जीवन की महिमा नष्‍ट नहीं कर पाएंगे'



डेली न्‍यूज एक्टिविस्‍ट 13 जून 2012 अंक में ब्‍लॉग राग स्‍तंभ में 'आदमी की औकात'



तमगों की आस : छपास की भड़ास



मित्रता के मायने का जनसत्ता  में पहली बार उल्लेख








होली अब हो ली! का जनसत्ता में दूसरी बार उल्लेख

 


हिन्दुस्तान में बैसवारी

फेरी वाले कहाँ गए? का हिन्दुस्तान(३०/५/२०११) के नियमित स्तंभ ‘सायबर संसार’ में उल्लेख 




फेरी वाले कहाँ गए? का जनसत्ता में (02/06/2011) तीसरी बार उल्लेख









'उस रेडियो की याद' का  'जनसत्ता'  में चौथी बार (19/07/2011)

मौत का एक दिन !'जनसत्ता' मे 04/10/2011 को पांचवी बार !

बाबाओं के पीछे क्यों का डेली न्यूज एक्टिविस्ट में उल्लेख 








दैनिक जागरण में उल्लिखित हुआ  जागरण जंक्शन वाला हमारा ब्लॉग से 'अइसन भी पवित्र होत  हैं'



















'जनसन्देश टाइम्स '
में मौसमी हैं बादल ! (२४/०१/२०१२)


देशबंधु में २०/१२/२०१२ को
20/12/2012 को डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट में

२०.१२.२०१२ को राष्ट्र्मत में... 
13/06/2013 को 'हो रहा भारत-निर्माण ?'जनसत्ता में प्रकाशित


13/06/2013 को 'हो रहा भारत-निर्माण' 'डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट ' में
लेखक बड़ा या ब्लॉगर ? 'जनसत्ता' मे 12/01/2012 को छठी  बार उल्लेख!
डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट के स्तंभ 'ब्लॉग राग' में स्त्री,पुरुष और बाज़ार (१०/०२/२०१२)

'जनसत्ता' में सातवीं बार बुरा न मानो होरी है !(१५/०३/२०१२)

जनसत्ता में आठवीं बार बदलती रूचियाँ और दोस्त (१६/०५/२०१२)


पहली बार आधिकारिक रूप से मेरी कवितायेँ छपीं. "जनसंदेशटाइम्स "(१०/०६/२०१२)


(आभार: Blogs In Media , प्रवीण त्रिवेदी (फतेहपुर) , अविनाश  वाचस्पति